सितारगंज: नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप माता शैलपुत्री की पूजा करने के उपरांत 80 व्रतधारी श्रद्धालु महिलाओं ने श्रद्धा पूर्वक सर्वमंगल मनोकामनाओ के साथ नंगे पैर चलते हुए पांच किलोमीटर दूर श्री वैष्णो देवी माता मंदिर तक कलश यात्रा निकाली।
बृहस्पतिवार को प्रथम नवरात्र के शुरू होने के साथ ही मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप माता शैलपुत्री की पूजा अर्चना करने के उपरांत बघौरा स्थित पौराणिक शिव मंदिर से श्रद्धा पूर्वक सर्व मंगलकारी मनोकामनाओ के साथ 80 व्रतधारी श्रद्धालु महिलाओं ने नंगे पैर पांच किलोमीटर दूर स्थित ग्राम थारू तिसोर में श्री वैष्णो देवी माता मंदिर तक कलश यात्रा निकाली। श्री वैष्णो देवी माता मंदिर के पुजारी दिलीप सिंह राणा ने बताया कि यह कलश यात्रा स्वर्गीय गुरु दुर्गा दत्त तिवारी के द्वारा गुरु परंपरा के अनुसार निकाली जाती रही है। उसी गुरु परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आज भी प्रत्येक नवरात्रि के पहले दिन समाज कल्याण के उद्देश्य के साथ यह सिलसिला लगातार चल रहा है।जिसका आज भी गुरु परंपरा के साथ पालन किया जा रहा है। कलश यात्रा की अगुवाई कर रहे महंत पंकज सिंह धामी ने बताया कि इस कलश यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होकर मां भगवती का आशीर्वाद प्राप्त करते है। कलश यात्रा का समापन ग्राम थारू तिसोर स्थित श्री वैष्णो देवी माता मंदिर में हुआ। जहां उपस्थित भक्त गणों ने कलश यात्रा में सम्मिलित हुए सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में फल वितरित किए। इस अवसर पर सुनीता देवी, दीपा देवी, मौसमी देवी, पुष्पा देवी, प्रीति देवी, जिला पंचायत सदस्य उदय सिंह राणा, हुकुम सिंह, कृष्ण राणा, मदन सिंह राणा, नारायण सिंह राणा, रघुवर सिंह, सरवन सिंह, गोविंद सिंह राणा आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।