मनोकल कोबरा ज़हर थूकने वाले सांप का हुआ रेस्क्यू ।

रामनगर। मोनोकल कोबरा के नाम से प्रशिद्ध यह नाग खतरा महसूस करते ही जहर का फव्वारा सामने मौजूद व्यक्ति पर अपनी सांस के सहारे छोड़ता हैं सामान्य नाग से ज्यादा विषैला साँप जो आक्रामक रूप में दूर से ही अपने आपको बचने के लिए जहर थूकने में सक्षम हैं यह चंद्रमय नाग जिसके फन पर चाँद जैसी गोलाकार आकृति बनी हुई होती हैं। एक लम्बे समय के बाद रामनगर क्षेत्र में एक ही महीने में 2 मोनोकल कोबरा साँप सेव द स्नेक & वाइल्डलाइफ वेलफेयर सोसायटी रामनगर द्वारा रेस्क्यू किया गए हैं। दुर्लभ हो रही इस प्रजाति के सांपों के संरक्षण को लेकर सेव द स्नेक संस्था में भी विचार जारी हैं, बिना सरकार व राजनीति के सहारे किस प्रकार अकेली कार्य कर रही संस्था सापो के संरक्षण में कामयाब हो पाती हैं रामनगर व इसके समीपवर्ती इलाकों से साँपो को सकुशल रेस्क्यू कर उन्हें घने जंगलों में आजाद करने के लिए जानी जाती है। सेव द स्नेक की टीम हाल ही में सोसायटी द्वारा कोबरा की एक अत्यंत दुर्लभ प्रजाति मोनोक्लेट कोबरा का रेस्क्यू किया गया। कोबरा की यह प्रजाति वेनम जहर थूकने के लिए जानी जाती है। इसके फन पर चन्द्रनुमा आकृति बनी होती है। सामान्य नाग की अपेक्षा यह नाग अधिक आक्रामक होता है। सोसायटी के अध्यक्ष व सर्पविशेषज्ञ चन्द्रसेन कश्यप तथा उनकी टीम द्वारा यह साँप शांति कुंज गली नं. 6, पीरूमदारा से रेस्क्यू किया गया।

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