फरयादी पर्यटक के साथ नैनीताल पर्यटक पुलिस का विवादित बर्ताव हो रहा वायरल।

नैनीताल। नैनीताल में कोरोना काल में भारी आर्थिक क्षति के बाद स्थानीयों को जहाँ पर्यटकों के आगमन से पुनः थोड़ी राहत की सांस मिली है वही दूसरी ओर उत्तरखण्ड पुलिस जहां एक ओर अपने आप को मित्र पुलिस का दर्जा देती है लेकिन वहीं नैनीताल स्थित पर्यटक पुलिस चौकी पर तैनात एसआई हरीश सिंह द्वारा फरियादी पर्यटकों से अभद्रता करने का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमे ये साफ जाहिर हो रहा है कि एसआई हरीश सिंह फरयादी पर्यटक द्वारा स्थानीय के खिलाफ बदसलूकी करने की सूचना देने आया लेकिन उसकी सूचना पर कार्यवाही करने की बात तो करना दूर बल्कि उसे ये कह कर भगा दिया जाता है कि वो ये सूचना कोतवाली में जाकर दे, और यहां उसकी कोई सुनवाई नही होगी। अब समझने की बात तो ये है कि यदि पर्यटकों के साथ ऐसा सलूक किया जाएगा और उस पर हरीश सिंह जैसे एसआई जो कि नैनीताल पुलिस की तरफ से जनता व पर्यटकों के मामलों की सुनवाई के लिए तैनात किए जाते है उनके द्वारा ही कोई सुनवाई नही की जाएगी तो फिर नैनीताल में पर्यटकों का आगमन ही कैसे होगा।

और जिस पर पहले से ही नैनीताल पर्यटन कोरोना की मार से पीड़ित रह चुका है अब अगर उत्तराखंड में अतिथि देवो भव की बात कही भी जाये तो फिर कैसे चलेगा काम। बाकी जन संवाद द्वारा इस खबर को प्रमुखता से उठाने का सिर्फ एक ही कारण है कि उत्तराखंड पर्यटन को कोई नुकसान न हो और पुलिस की भूमिका सही और गलत का चुनाव करने में सदैव सक्रीय होनी चाहिए। जिस पर नैनीताल कोतवाली प्रभारी अशोक कुमार से जब इस संबंध में बात हुई तो उनके द्वारा ये कह कर बात को टाल दिया गया कि मैं अभी कही बाहर हूँ और इस संबंध में आपसे बाद में बात करुंगा। कुल मिलाकर संतुष्ट जवाब नही मिल पाने पर खबर को जैसा का तैसा लिखा गया है। लेकिन समझने की बात तो ये है कि क्या उत्तराखंड मित्र पुलिस द्वारा ऐसा व्यवहार कितना सही है।

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