आज मेरा हुनर वास्तविकता में काम आया। विनोद

सितारगंज। युवा अल्ट्रा रनर विनोद मठपाल ने पूरी की चैरिटी दौड़। अनाथालय में अनाथ बच्चों को पहुचाया जरूरत का सामना। चैरिटी से एकत्रित दान द्वारा जरूरी सामान व 3500 रुपये नगद अनाथ बच्चों को दिए।

बताते चलें यू तो अपने लक्ष्य को प्राप्त करने या फिर अपनी। सफलता के लिए हर कोई प्रयासरत है, मगर वहीं अगर कोई अपने निजी स्वार्थ को त्यागकर दूसरों का सहारा बने तो उसे समाज सेवक ही कहा जायेगा। और ऐसे युवा ही समाज के युवाओं के लिए एक प्रेरणा का काम भी करते हैं। ऐसे ही अपने हुनर से बेसहाराओं का सहारा बनने का काम किया है सितारगंज के विनोद मठपाल ने। विनोद मठपाल यू तो एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं लेकिन वो एक अल्ट्रा रनर भी हैं । जिनके लिए लंबी से लंबी दूरी दौड़ कर तय करना कोई मुश्किल कार्य नहीं है और अपने इसी हुनर से विनोद मठपाल ने खटीमा स्थित अनाथालय के बच्चों की सहायता हेतु एक चैरिटी रन का आयोजन किया और लागातार आठ दिनों तक 10 किलोमीटर दौड़ लगाई। जिसमें उनके इस जज्बे से प्रभावित होकर कई समाज सेवी आगे बढ़कर आये और चैरिटी करके उन्होंने भी अपना योगदान दिया। इस चैरिटी की धनराशि से विनोद ने अनाथ बच्चों के जरूरत का सामान व कपड़े आदि खरीदे और बची हुई धनराशि 3500 रुपये अनाथालय को नगद प्रदान की। जिसके लिए प्रयाग बाल अनाथालय के प्रबंधक व अनाथ बच्चों द्वारा उन्हें धन्यवाद दिया गया।

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