भीमताल। ग्रामीण निर्माण विभाग ने एक कंस्ट्रक्शन कंपनी की निविदा तकनीकी कमी बताकर निरस्त कर दी। कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से ग्रामीण निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को पत्र भेजकर निविदा निरस्त करने की निष्पक्ष जांच की मांग की।
गदरपुर की चावला कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से मुख्य अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग को पत्र भेजकर कहा गया है कि विभाग की ओर से राजकीय होम्योपैथी अस्पताल कुंवर पुर के लिए निविदा निकाली गई थी। कंपनी की ओर से निर्धारित तिथि के पहले ही बॉक्स में निविदा डाली गई थी। लेकिन जब निविदा खोली गई तो नाट क्वालीफाई बताकर कंपनी की निविदा निरस्त कर दी गई। निविदा निरस्त करने का डिमांड ड्राफ्ट पर पेएबल ऐट एसबीआई नैनीताल न लिखा होना बताया गया। कंपनी ने मुख अभियंता से निविदा निरस्त करने की निष्पक्ष जांच की मांग की है। जिसमे डिमांड ड्राफ्ट जारी करने वाली बैंक के मैनेजर ने भी यही बताया है कि इस ड्राफ्ट पर पेयबल एट एसबीआई नैनीताल लिखे होने और न लिखे होने से ड्राफ्ट का पेमेन्ट नही रुकता वो तो संबोधित को तुरतं मिलता है। जबकि चावला कंस्ट्रक्शन के ऑनर पंकज चावला का कहना है कि विभाग द्वारा बिना किसी ठोस बात के टेंडर निरस्त किया है इसके पीछे उनका निजी लाभ ही होगा। हालांकि प्रार्थी ने मामले की शिकायत उच्च स्तर पर कर दी है और उच्चाधिकारियों का मामले निष्पक्ष जांच करने का अस्वासन भी मिला है।