बाल अधिकार संरक्षण आयोग बाल हित व शिक्षा हित में उठा रहा बहुआयामी कदम। सुमन राय

सितारगंज। बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य सुमन राय ने अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि 25 अप्रैल को देवभूमि कहे जाने वाले नैनीताल /भीमताल में उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग के बैनर तले “परीक्षा पर्व” कार्यक्रम का वृहद आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सोनल कुमार गुप्ता एवं आशा यादव ने राज्य का प्रतिनिधित्व किया। कार्यक्रम में अपने विचारों को रखते हुए गुप्ता ने कहा कि हाईस्कूल और हाई सेकेंडरी स्कूलों में तकनीकी शिक्षा को अनिवार्य करने की जरूरत है। विद्यार्थियों के अंदर सामाजिक समरसता एवं मूल्य शिक्षा का विकास करना भी अति आवश्यक है। सोनल कुमार गुप्ता ने अपने उद्बोधन में प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ सरकार भूपेश बघेल जी के विशाल नेतृत्व में बाल हित व शिक्षा हित में उठाये जा रहे बहुआयामी कदमों की विस्तार से चर्चा की उन्होंने कहा कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ प्रदेश में लगभग 173 स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित हैं इससे निचले तबके के बच्चों के शिक्षा के अधिकार की अवधारण को पूरा कर जीवन स्तर को ऊपर उठाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहें है। हाल ही में सरकार ने प्रतियोगी परीक्षा के साक्षात्कार हेतु चयनित प्रतिभागियों को पूर्ण सहायता जिसमे आवागमन, रहने की व्यवस्था शामिल है उपलब्ध करा रही है ग्रामीण औद्योगिक पार्क के तहत गोबर से उपयोग की उत्पादक वस्तु बनाकर विक्रय करने का वैश्विक स्तर का ऐतिहासिक निर्णय लिया है जिससे अंतिम तबके के व्यक्ति को आर्थिक लाभ पहुंचाने का उद्देश्य निहित है. प्रदेश में संचालित अन्य महत्वकांक्षी योजनाओं की जानकारी वहां उपस्थित लोगों को दी.परीक्षा पर्व कार्यक्रम के इस अवसर पर उन्होंने उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा डॉ गीता खन्ना को विशेष धन्यवाद दिया और छत्तीसगढ़ की संस्कृति-सभ्यता-व्यंजनों को जानने छत्तीसगढ़ आने का न्योता भी दिया। उक्त कार्यक्रम में उत्तराखंड बाल अधिकार के सदस्य विनोद,चमोली वर्मा अल्मोड़ा से रेखा, देहरादून जिला शिक्षा अधिकारी रावत, जिला कार्यक्रम अधिकारी व्योमा जैन एवं मोटिवेशनल गुरु पवन शर्मा सहित पुलिस विभाग के अधिकारी व स्थानीय जनप्रतिनिधि कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

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