मानवता शर्मसार : रुद्रपुर में कोरोना पीड़ित की मौत के बाद पैसे के विवाद में अस्पताल ने रोका शव।

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उत्तराखंड)रुद्रपुर। शहर के गौतम अस्पताल को कोविड अस्पताल तो बना दिया गया, लेकिन वहां पर मरीजों के परिजनों के दुर्व्यवहार हो रहा है। यह दूसरा मामला है जब कोरोना का इलाज कराने वाले मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने जब उसका शव मांगा तो उस पर बिल बकाया बताते हुए अस्पताल प्रबंधन ने शव देने से मना कर दिया।
जिसके बाद कांग्रेस नेता हरीश पनेरु मानवता धर्म निभाते हुए परिवार की मदद को आगे आए।
गदरपुर के रहने वाले चंदन नाम के इलाज का पांच दिन में करीब पौने दो लाख बिल परिजनों ने जैसे-तैसे कर अस्पताल प्रबंधन को दिया। इसके बाद भी मरीज की मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधन ने 36000 का बकाया बताते हुए परिजनों को शव देने से मना कर दिया। जिसके बाद कांग्रेस नेता हरीश पनेरु को मामले की जानकारी हुई। इस पर वह किच्छा रोड स्थित गौतम अस्पताल पहुंच गए। जहां उन्होंने डॉक्टरों को मानवता का पाठ पढ़ाया। डॉक्टरों को चेताया कि दोबारा इस तरह का कृत्य नहीं होना चाहिए।
इससे पूर्व उत्तराखंड के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलकराज बेहड़ भी गौतम अस्पताल प्रबंधन के रवैये को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। किच्छा के एक परिवार की लड़की की कोरोना से मौत होने के बाद उसके परिजनों पर भी बकाया ना देने पर उसके परिजनों को शव नहीं सौंपा गया था। जिसके बाद तिलकराज बेहड़ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखी थी और अपनी नाराजगी जाहिर की थी।

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