सितारगंज। नदी से सिल्ट निकलने के नाम पर मनमानी की जा रही है। पट्टेधारक और ठेकेदार ओवरलोडिंग कर वाहन ले जा रहे हैं जिससे सड़क क्षतिग्रस्त हो रही है। साथ ही नदी पर रपटे की अनुमति लेकर पुलिया के निर्माण करा दिया गया है। इस मामले की शिकायत एक ग्रामीण ने अफसरों से 26 मई को की थी और 1905 सीएम पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद तहसीलदार सितारगंज द्वारा मौके पर पहुँच कर स्टोन कृशर्स के संचालको को 15 जून तक अनियमितताओं को हटाने व अवैध पुलिया के निर्माण को ध्वस्त करने के निर्देश दिए गए थे। जिसमे की बरुआ बाग झाड़ी निवासी गुरप्रीत सिंह पुत्र बख्शीश सिंह ने अफसरों को भेजे गए पत्र में कहा है कि बैगुल नदी में ईस समय सिल्ट निकासी चल रही है। इसमें कई पट्टे दिए गए है। सिल्ट निकासी के नाम पर यहां मनमानी की जा रही है। ओवरलोडिंग कर वाहनों को ले जाया जा रहा है। जिससे सड़के टूट रही हैं । इसके अलावा क्रशर प्लांट संचालकों ने नदी में अस्थाई पुल बना दिया है। जिससे नदी का बहाव बाधित हो रहा है। और मानसून आने के बाद इस पल के कारण नदी का बहाव ग्रामीण क्षेत्रों की ओर मुड़ जाएगा जिससे बाढ़ आने हालात भी बन जायेंगे। लेकिन तहसीलदार द्वारा निर्देश देने के बाबजूद भी क्रशर मालिकों द्वारा सिल्ट को रेत में मिलाया जा रहा है। इतना ही नहीं क्रशर से रेत धुलाई के बाद पानी नदी में छोड़ा जा रहा है। और पुल का निर्माण ज्यूँ का त्यू बना हुआ है। जिस संबंध में तहसीलदार द्वारा कारवाही की प्रक्रिया भी धीमी नज़र आरही है।