कोसी बैराज का जलस्तर 146000 क्यूसेक पहुचा। 2010 का रिकॉर्ड टूटने की बनी संभावना।

रामनगर। लगातार दो दिन से हो रही तेज मूसलाधार बारिश के चलते रामनगर के आसपास स्थित बरसाती नाले पूरी तरह उफान पर है बरसाती नालों में पानी के चलते यातायात पूरी तरह वाधित हो गया तो वही कई पर्वतीय क्षेत्रों से लोगों का संपर्क भी टूट गया है। बताया जा रहा है कि सोमवार को कुछ बरसाती नालों में पानी का जलस्तर बढ़ने से तीन से चार वाहन भी बह गए लेकिन वाहन में सवार लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। इसके साथ ही कोसी बैराज का जलस्तर सोमवार की रात से लगातार बढ़ रहा है जिसको लेकर सिंचाई विभाग व स्थानीय प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है तो वहीं स्थानीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट भी इस पर अपनी नजर बनाए हुए हैं विधायक ने बताया कि लगातार हो रही बारिश को लेकर सभी विभागों को अलर्ट रहने के निर्देश दिया गया उन्होंने कहा कि बारिश के कारण अभी किसी भी इलाके से कोई जनहानि होने की सूचना नहीं मिली है लेकिन कुछ ग्रामीण इलाकों में घरों के अंदर पानी भरने के अलावा फसल बर्बाद होने की सूचना मिली है जिसको लेकर अधिकारियों को नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए गए उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से पीड़ित लोगों को मुआवजा देने की कार्रवाई भी की जाएगी वहीं उन्होंने सभी से सतर्क रहने की अपील की है सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता केसी उनियाल ने बताया कि कोसी बैराज का जलस्तर मंगलवार की सुबह 146000 क्यूसेक पहुंच गया है उन्होंने बताया कि वर्ष 2010 मे कोसी बैराज का अधिकतम जलस्तर 160000 क्यूसेक रिकॉर्ड किया गया था उन्होंने बताया कि लगातार बारिश के चलते संभावना है कि इस बार वर्ष 2010 का रिकॉर्ड टूटने की भी संभावना बनी हुई है जिसको लेकर रामनगर के आसपास नदी के किनारे में रहने वाले लोगों के अलावा मुरादाबाद व रामपुर प्रशासन को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही उन्होंने कहा कि कोसी बैराज का जलस्तर हर 1 घंटे में रिकॉर्ड किया जा रहा है तथा अधिकारियों और कर्मचारियों को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए गए हैं इसके अलावा बताया जाता है कि मोहान क्षेत्र में 2 रिसॉर्ट मैं पानी भरने से अफरा-तफरी मची हुई है तो वही गर्जिया मंदिर का भी कुछ हिस्सा पानी में डूबने से हड़कंप मचा हुआ है।

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