कोरोना काल में पुलिस कैसे साबित हो रही फरिश्ता। लिंक खोलकर पढें।

रामनगर। काशीपुर से भटककर रामनगर पहुंची मंदबुद्धि अधेड़ महिला को पुलिस ने समाजसेवियों की मदद से मध्यरात्रि मे उसके घर ले जाकर उसके परिजनों को सुपुर्द करने का प्रशंसनीय कार्य किया। सोमवार की रात्रि 8 बजे डायल 112 को सूचना मिली कि फायर ब्रिगेड के समीप एक अधेड़ महिला लावारिश हालात में बैठी हुयी है जिस पर महिला को कोतवाली लाया गया मगर महिला बोलने की हालत में नही थी तथा महिला होमगार्ड निर्मला चोधरी के काफी प्रयासों से वह अपना नाम आयशा ही बता पायी। निर्मला के आग्रह पर सभासद प्रतिनिधि डॉ.ज़फर सैफ़ी के द्वारा सोशल मीडिया पर महिला की फ़ोटो व कोतवाली का नम्बर पोस्ट किया गया जिस पर काशीपुर निवासी पत्रकार मनीष सप्रा ने उक्त महिला को काशीपुर की कटोराताल पुलिस चौकी अंतर्गत उदयराज इंटर कॉलेज के समीप की रहने वाली बताया, जिस पर श्री सैफ़ी के द्वारा काशीपुर निवासी पत्रकार संजय भल्ला व आलम सैफ़ी को देररात्री में बताए गए पते पर भेजा गया तथा महिला के भाइयो से वार्ता की गयी मगर उन्होनें खुद को रिक्शा चालक बताते हुये अपनी गरीबी का हवाला देते हुये रामनगर आने में असमर्थता जाहिर की। इस बीच हेल्पिंग फाउंडेशन के अध्यक्ष परवेज़ मलिक ने श्री सैफ़ी से मदद की पेशकश की तो श्री सैफ़ी ने कोतवाल अबुल कलाम, एसएसआई जयपाल सिंह चौहान, रात्रि अधिकारी एसआई मनोज नयाल से अलग-2 वार्ता करने के उपरांत महिला होमगार्ड निर्मला चोधरी व परवेज मलिक के साथ उक्त महिला को ले जाकर रात्रि के 2 बजे उसके भाइयो को सुपुर्द कर दिया। बहिन के सकुशल मिलने पर परिजनों ने रामनगर पुलिस, डॉ.ज़फर सैफ़ी, परवेज मलिक, निर्मला चोधरी के प्रति आभार व्यक्त किया।

You cannot copy content of this page