-गौमाता को राष्ट्र माता का दर्जा देने की मांग।
-गाय और मां गंगा ही हमारी रक्षक।
सितारगंज। गौमाता के परम भक्त धेनू मानस गौकथा के द्वारा गायों का वृतान्त वर्णन करने वाले परम संत गोपाल मणि महाराज ने भ्रमण के दौरान श्रीकृष्ण प्रणामी महाराजा अग्रसेन गौशाला में गौभक्तों को सम्बोधित करते हुऐ कहा कि गौमाता के आशीर्वाद से ही सृष्टि की दिनचर्या चल रही है, विश्व मे विश्वसनीय माता के नाम से गाय माता को जाना जाता है। हमारी पहचान हमारी संस्कृति की पहचान ही गाय माता है, वेद की माता गायत्री है और गायत्री में गाय और त्री यानि कि चार पैरों वाली गाय माता ही है। श्रीकृष्ण भी दसमक कंध में नंगे पैर गाय के पीछे खडे़ हैं भारत देश गाय और गंगा की वजह से ही धन्य धान्य है भारत देश इसलिए जीवित है क्योंकि यहां की संस्कृति विश्व की सबसे पुरातन संस्कृति है,यहां गाय माता और मां गंगा जैसी महान शक्ति धर्म की रक्षार्थ हेतु हरपल हमारी रक्षा करती हैं। उन्होने बताया कि नवम्बर में गोपाष्टमी के अवसर पर दिल्ली में महासंगम होगा जिसमें केन्द्र सरकार से गौमाता को राष्ट्र माता का दर्जा देने के लिए पूरे देश से गौभक्तों का भव्य समागम होगा। गौधाम परिवार ने संत शिरोमणि गोपाल मणि जी महाराज को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया
इस मौके पर संरक्षक सुरेश सिंघल,सुरेश अग्रवाल, अध्यक्ष शीतल सिंघल,महामंत्री महेश मित्तल,कोषाध्यक्ष भीमसेन गर्ग, हुक्मचन्द मौरिजावाला,सुमन राय, अनिरुद्ध राय,लक्ष्मण अग्रवाल,आशीष पाण्डेय,पवन मित्तल,पवन जैन, गोविन्द अग्रवाल,के बी अग्रवाल, उमेश अग्रवाल,मदन गोयल,नरेश कंसल,राजेश शैली,अंकुर अग्रवाल, जगन अग्रवाल,मनीष मित्तल, सुरेश जोशी,गौरव जिन्दल,विपिन डालमिया,अनिल गर्ग,सुनील गर्ग,विशाल मित्तल,
राजकुमार सिंघल, रमेश गोयलकृष्ण कुमार गर्ग,संजय गोयल,मुकेश गर्ग, राजाराम सिंघल,राजीव गोयल,सुमन राय,संगीता मित्तल,शिवानी मित्तल,राजरानी गर्ग,पूनम अग्रवाल,अंजना सिंघल,सुनीता गोयल,बीना मित्तल रेनू गर्ग आदि मौजूद रहे