सितारगंज। सिडकुल स्थित एचपीसीएल कंपनी में फ्यूल सप्लाई करने वाले वाहन चालकों ने कंपनी के गेट के बाहर धरना देकर विरोध प्रदर्शन करते हुए सप्लाई रोक दी है। उनका कहना है कि कंपनी उप महाप्रबंधक द्वारा उनकी समस्या की सुनवाई न करके बल्कि बेइज्जती की गई और चालक को बेइज्जत करके बाहर भेज दिया गया। उनका आरोप ये भी है कि कंपनी के प्लांट हेड द्वारा उनके साथ अच्छा बर्ताव नही किया जाता और जब वाहनों में फिलिग की जाती है तो भले ही उसकी डेन्सिटी माप से फ्यूल का तापमान 25 या 30 हो लेकिन चालकों को जो इनवॉइस काट कर दी जाती है उसमें तापमान 15 लिखा जाता है। इसका नुकसान चालको को ये होता है कि जब पर्वतीय क्षेत्र या अन्य क्षेत्र में फ्यूल सप्लाई डीलर को दी जाती है तो वहाँ का तापमान 15 से भी कम हो जाता है जिससे कि डेन्सिटी में फ्यूल का माप कम आता है और चालकों पर फ्यूल चोरी का आरोप भी लगता है साथ ही उसके नुकसान का भुगतान चालकों को करना पड़ता है। जबकि दूसरी ओर एचपीसीएल कंपनी प्रबंधन से जब इस संबंध में बात की गई तो उनका कहना है वह मानकों के आधार पर किया जाता है जिसमें हम कुछ नहीं कर सकते। और कंपनी के उप महाप्रबंधक दीपक कौशिक ने यह कहा कि उनके द्वारा किसी चालक को कैसे धमकाया जा सकता है जबकि चालकों ने कार्य मेरे आने से पहले ही स्थगित कर रखा था। वाहन चालकों का कहना है कि कंपनी प्रबंधन द्वारा स्वयं का लाभ कर चालकों का शोषण किया जा रहा है। जिसके लिए वे संबंधित सरकारी अधिकारी से भी मिलकर कार्यवाही की मांग करेंगें। कुल मिलाकर कार्य स्थगित होने से खाद्य आपूर्ती राजस्व का भी नुकसान हो रहा है । खबर लिखे जाने तक सप्लाई शरू नही हुई है।