सितारगंज के सत्यपाल ने राजीव बनकर पुलिस की आंखों में झोंकी धूल,
फर्जीबाड़े से हो गया पुलिस में भर्ती, तकरीबन 22 साल बाद अब हुआ केस दर्ज
रूदपुर| एक सिपाही के पुलिस विभाग में फर्जीबाड़े से भर्ती हो गया और तकरीबन 22 साल बाद अब विभाग के सामने सच्चाई से पर्दा उठा है। दरअसल कालाढूंगी थाने में तैनात कांस्टेबल राजीव कुमार के खिलाफ उधमसिंह नगर के पंतनगर थाने में फर्जीबाड़े से भर्ती होने का मुकदमा दर्ज किया गया है। पंतनगर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
आपको बता दें कि उधमसिंह नगर की खटीमा तहसील के बंडिया गांव निवासी चंद्र प्रकाश ने सतर्कता निदेश को 27 नवंबर 2021 को पत्र लिखकर इस मामले की जांच कराए जाने का आग्रह किया था। पत्र में कहा गया था कि कालाढूंगी में तैनात कांस्टेबल 229 राजीव कुमार असल में राजीव कुमार है ही नहीं।
उसका असली नाम सत्यपाल है और वह उधमसिंह नगर के सितारगंज के वीरेंद्र नगर गोठा गांव के निवासी शिवदान सिंह का पुत्र है। पत्र के अनुसार सत्यपाल 1990 में राजकीय इण्टर कालेज सितारगंज से हाईस्कूल की परीक्षा में बैठा था जिसमें वह पास नहीं हो सका।
आरोप के मुताबिक सत्यपाल ने राजीव कुमार नाम से दस्तावेज तैयार कराकर या किसी अन्य के शैक्षिक अभिलेख के सहारे उत्तराखण्ड बनने से पूर्व ही पुलिस में कान्सटेबल पद पर भर्ती होने का कारनामा कर दिया।
इस मामले की प्रारंभिक जांच के बाद सतर्कता निदेशालय के निर्देश पर कांस्टेबल सत्यपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया है।