सितारगंज। दादी राणी सती के इतिहास की गाथा आयोजन में पौराणिक सुन्दर झांकियों ने मन मोह लिया वरिष्ठ समाजसेवी महेश मित्तल ने किया सम्मानित।
विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी माता राणी सती दादी के मंगल पाठ का भव्य आयोजन महाराजा अग्रसेन धर्मार्थ ट्रस्ट में आयोजित किया गया। जिसमे सर्वप्रथम राणी सती दादी मां के चित्र सम्मुख दीप प्रज्वलित कर व गणेश वन्दना के साथ मंगल पाठ शुरु हुआ। दादी मंगल टीम नानपारा बहराइच व कलकत्ता से पधारे गायकों ने अपने सहयोगियों के साथ दादी माँ के मधुर भजनों से सबका मन मोहा। चली चली रे नारायणी पाठशाला रे और दादी थारो रुप मतवालो जीया हर्षाओ कौण म्हारी दादी ने सजाओ बनणी सी लागे म्हारी मां। आदि जैसे भजनों पर भक्तजन झूम उठे। इस मौके पर वरिष्ठ समाजसेवी महेश मित्तल ने दादी कुटुम्ब परिवार की सभी सदस्यों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। दादी कुटुम्ब परिवार की सदस्यों ने संयुक्त रुप से बताया कि राजस्थान के झूंझनू जिले में दादी मां का विशाल मंदिर है। पौराणिक इतिहास के मुताबिक महाभारत के युद्ध में चक्रव्यूह में वीर अभिमन्यू वीर गति को प्राप्त हुए थे,उस समय उत्तरा जी को भगवान श्रीकृष्ण जी ने वरदान दिया था कि तू कल्युग में नारायणी के नाम से विख्यात होगी।और हर किसी का कल्याण करेगी और पूरी दुनिया में पूजी जायेगी। इस मौके पर दादी कुटुम्ब परिवार की महिला सदस्या पूनम अग्रवाल,संगीता मित्तल, आकांक्षा अग्रवाल,सुनीता गोयल,
प्रेरणा गोयल,साक्षी गोयल,रुचि गोयल,रुचि सिंघल,सीमा सिंघल, मिथिलेश अग्रवाल,साक्षी नितिन गोयल,सुषमा अग्रवाल,श्वेता गोयल,लक्ष्मी सिंघल,नीरु कंसल,मोना गर्ग,रमेश गोयल,महेश मित्तल,सचिन गोयल,राम अवतार गोयल,पीयूष गोयल,जितेश गोयल,कपिल सिंघल,वेद प्रकाश सिंघल,राधेश्याम गोयल,रोहित गोयल,सुरेश सिंघल,गुलाब चन्द सिंघल,हिमांशु सिंघल,ऋषभ अग्रवाल,आदि मौजूद रहे