सितारगंज। भीमराव अंबेडकर की मूर्ति के पुनर्स्थापना के विरोध में अम्बेडकवादी समाज के लोगों द्वारा उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया है जिसमें उनके द्वारा पुरानी कमेटी को कथित कमेटी बताते हुए आरोप लगाया गया है कि कथित कमेटी के कुछ सदस्य वाह पदाधिकारी संस्था पर अपनी व्यक्तिगत संपत्ति का दावा करते हैं तथा सामाजिक धरोहर को खुर्द ब्रिज करने की मंशा से संस्था का विकास एवं विद्यालय संचालन में भी रुचि नहीं लेते इसको लेकर समाज में आक्रोश व्याप्त है कमेटी के कई सदस्यों द्वारा पूर्व में पत्राचार द्वारा अनुमति भी दी गई है कि कमेटी अत्यंत ही निष्क्रिय हो रही है। और नई कार्यकारिणी तथा प्रबंध समिति बननी चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की है कि पुरानी कमेटी पूर्ण रूप से पिछले 2 वर्ष से ही निष्क्रिय थी इसलिए उसके नवीनीकरण ओर भी रोक लगनी चाहिए। ज्ञापन में संस्था के अध्यक्ष भीष्मनारायन द्वारा यह भी कहा गया है कि यह सामाजिक मामला है और कथित कमेटी द्वारा शासन प्रशासन को गुमराह करके अंबेडकर साहेब की मूर्ति का पुनर्निर्माण करवाने को आतुर है जिसका हमारे द्वारा पुर्णतः विरोध किया जाता है। क्योंकि बाबा साहेब की मूर्ति कई दशकों से यहां स्थापित है जिससे स्थानीय लोगों की भावनाएं जुड़ी है। उन्होंने उप जिलाधिकारी से यह मांग की है कि मूर्ति के पुनर्निर्माण पर तत्काल रोक लगाई जाए। और समस्या के समाधान हेतु अंबेडकरवादी समाज की एक खुली बैठक बुलाकर प्रशासन द्वारा विचार-विमर्श कर लिया जाए। ज्ञापन देने वालों में राम अवतार, रामनरेश, रामाकांत, सुमित कुमार,रितेश, नवीन कुमार,चंद्रभान,कालीचरण, दयाशंकर,महावीर प्रसाद, पारसनाथ, राजकिशोर, शिवकुमार, बृजेश कुमार आदि उपस्थित थे।