देहरादून। दून विश्वविद्यालय में आज से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियावयन एंव रूपरेखा डिज़ाइन पर दो दिवसीय कार्यशाला(11th &12 October 2021) का शुभारंभ किया गया| इस अवसर पर मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा उत्तराखण्ड सरकार ने एन ई पी के क्रियावयन के लिए कमिटी का गठन कर दिया है तथा विश्विद्यालयों के सहयोग से नवंबर तक इसको तैयार करके क्रियानवित करने की कोशिश रहेगी| सरकार का इसमें पूरा सहयोग रहेगा।
कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत, कुलपति प्रो.सुरेखा डंगवाल द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया| प्रो. सुरेखा डंगवाल ने कहा कि दून विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति की रूपरेखा तैयार करने और इसके क्रियावयन में अग्रसर है तथा इसको ‘जड़ से जगत’ तक पहुंचाने में हर संभव प्रयास करने को तत्पर है|
चेयरमैन, एन ई पी टास्क फोर्स उत्तराखण्ड तथा कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन के जोशी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा की उत्तराखंड के सभी विश्वविद्यालयों में एक जैसी ही रूपरेखा लागू करना महत्वपूर्ण है । इस कार्यशाला का उद्देश्य एन ई पी के पाठ्यक्रम को तैयार करना तथा उत्तराखण्ड में 2022 तक इसको क्रियांवित करना होगा। | उन्होंने एन ई पी के क्रियावयन नीति के कुछ मुख्य बिंदुओं पर बात की जिसमें कौशल विकास, विषयों को चुनने में सहजता, विश्वनीयता के संवर्धन आदि रहे| प्रो. जोशी ने ऑनलाइन कोर्सेज तथा SWAYAM MOOC को भी पाठ्यक्रम में शामिल करने की बात की|
कार्यशाला के पहले दिन चार टैक्टिकल शेशन किये गये जिसमें क्रमशः प्रो. हरे कृष्ण ने एन ई पी के क्रियावयन व पाठ्यक्रम डिज़ाइन एंव शोध पद्धति पर तथा डा. दिनेश शर्मा ने रोजगार परक उच्च शिक्षा तथा उच्च शिक्षा के डिजीटलाईजेशन पर उद्बोधन दिये| प्रो. शेखर जोशी, एस एस विश्विद्यालय तथा प्रो. दिनेश चंद्र गोस्वामी, एसडीएसयू विश्वविद्यालय ने क्रमशः दोनों सेशन की अध्यक्षता की|
कार्यशाला में कुलपति, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय प्रो. एन एस भंडारी, कुलपति उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय प्रो. ओपीएस नेगी, कुलपति श्री देव सुमन विश्वविद्यालय प्रो. पी पी ध्यानी, कुलसचिव दून विश्वविद्यालय डा. एम एस मंद्रवाल, प्रो. कुसुम अरूणाचलम, प्रो. एच सी पुरोहित, प्रो. आरपी मंमगईं, प्रो. आशिष कुमार, प्रो. हर्ष डोभाल व अन्य शिक्षाविद् शामिल रहे|