सितारगंज। आशाओं के राष्ट्रीय फेडरेशन व स्कीम वर्कर्स फेडरेशन ने एक दिवसीय हड़ताल कर प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा है। उनका कहना है कि यह तो चेतावनी हड़ताल है। इस हड़ताल के द्वारा हम सरकार को यह चेतावनी देना चाहते हैं कि अगर हमारी मांगें पूरी नही की गई तो आने वाली 2 अक्टूबर से हम धरने पर बैठेंगे।
बताते चलें कि आशा कार्यकर्ताओं ने सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग समेत 12 सूत्रीय मांग की थी। और कहा था कि उन्हें मुफ्त का कार्यकर्ता न समझकर मेहनत का पैसा दिया जाए।
पूर्व में एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन में कार्यकत्रियों ने कहा था कि कोरोना डयूटी के अलावा उनको कई अन्य सर्वे कार्य करने पड़ रहे हैं। लेकिन सरकार उनको मेहनत के बराबर भुगतान नहीं कर रही है। कोरोना काल से पहले उनको पूर्व सीएम ने 10 हजार रुपये कोरोना भत्ता देने की घोषणा की थी। लेकिन उनको पैसा नहीं मिला। इसके अलावा कार्यकत्रियों ने सरकारी कर्मचारी घोषित करने और 21000 मानदेय देने की मांग भी मांग की थी। हड़ताल करने वालों में मंजू देवी,सरमीन सिद्दीकी,रहीमा मोबिन, गीता मजूमदार,सुलोचना राणा,कुलवंत कौर,आशा रानी,नाजिश, घूमा देवी,नीतू कंचन,ममता,सरिता,हेमंती देवी,सीमा, मंजीत कौर,सीता देवी,भगवती नटवाल आदि उपस्थित थे।