खटीमा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद स्थल,खटीमा में उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान शहीद आंदोलनकारियों की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए खटीमा गोली कांड में शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि एवं उनकी स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की, एवं शहीदों के परिजनों को शॉल उड़ाकर सम्मानित किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद आंदोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य का निर्माण आंदोलनों में शहीद आंदोलनकारियों ने अपनी जवानी, जिंदगानी गवा दी। शहीदों ने इस राज्य हेतु मां की ममता, बहन की राखी परिवार का सुख-दुख छोड़ हंसते-हंसते प्राणों को न्यौछावर कर दिया। उन्होंने खटीमा की धरती को उत्तराखंड राज्य की जननी बताया। उन्होंने कहा शहीदों का स्मरण करना हम सभी के लिए अत्यधिक गर्व के क्षण होते हैं, आने वाली पीढ़ी हमारे शहीदों के संघर्ष को ना भूले इसके लिए शहीदों से जुड़े कार्यक्रम हर वर्ष मनाएं जाएंगे। उन्होंने कहा राज्य निर्माण के लिए शहीद हुए आंदोलनकारी संपूर्ण राज्य की धरोहर हैं,
आंदोलनकारियों, शहीदों के संघर्ष को कभी नहीं भुलाया जा सकता है, राज्य सरकार शहीद आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप समृद्ध और प्रगतिशील उत्तराखंड बनाने के लिए संकल्पबद्ध है, एवं शहीदों के सपनों को आगे बढ़ाने हेतु प्रतिबद्ध है, समाज के अंतिम पंक्ति में खङे व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचाने के लिए हम कृतसंकल्प हैं। उन्होंने कहा हम राज्य की जनता के सहयोगी बनकर राज्य को विकास के पथ पर आगे ले जाएंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संपूर्ण देश में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 60 हजार से ज्यादा कार्यक्रम हुए हैं। जिसके अंतर्गत ज्ञात और गुमनाम शहीदों का स्मरण किया गया। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सड़क रेल हवाई कनेक्टिविटी पर तेज गति के साथ कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा राज्य सरकार पारदर्शिता के साथ विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य कर रही है। इस दौरान अध्यक्ष वन विकास निगम कैलाश गहतोड़ी, विधायक शिव अरोड़ा, राज्य आंदोलनकारी काशी सिंह ऐरी, दान सिंह रावत, पूर्व विधायक प्रेम सिंह राणा, जिलाधिकारी युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ टीसी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।