सितारगंज|नगर में सरकारी भूमि, सड़क व नाले-नालियों पर किए अतिक्रमण पर जेसीबी का पीला पंजा चला। इस दौरान एनएच की जमीन पर पक्का निर्माण ध्वस्त कर दिया गया। नालियों व सड़क पर बने अतिक्रमण को ध्वस्त किया। अचानक हुई प्रशासनिक कार्रवाई से हड़कंप मच गया। कई जगहों पर तो व्यावसायी खुद ही अपना सामान समेटते नजर आए। वहीं टिनशेड बनाकर अतिक्रमण करने वालों को एक दिन की मोहलत दी है।
मंगलवार को एसडीएम तुषार सैनी के नेतृत्व में राजस्व और पालिका पुलिस के अधिकारी व कर्मचारियों ने अमरिया चौराहा से अतिक्रमण हटाने की शुरूआत की। यहां एक दुकानदार ने एनएच की भूमि पर दुकान के आगे पक्का निर्माण कर रखा था। उसे जेसीबी से ध्वस्त करा दिया। टीम ने मुख्य चौराहा तक सड़क व नाले पर खोखा, फड़ लगाकर अतिक्रमण कर बैठे व्यावसायियों को हटाया। इसके बाद टीम मुख्य चौराहा से जेल कैंप मार्ग होते हुए कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय तक पहुंची। यहां भी सड़क व नाले पर खोखा, फड़ आदि लगे मिले। जिन्हें पालिका की टीम ने जेसीबी की मदद से हटा दिया। टिनशेड भी हटाये गये। एसडीएम ने कहा कि सड़कों को अतिक्रमणमुक्त किया गया है। इस दौरान कुछ स्थानों पर प्रशासन से तीखी नोंकझोक हुई। उन्होंने टिनशेड बनाकर अतिक्रमण करने वालों को एक दिन के भीतर स्वयं अतिक्रमण हटाने की मोहलत दी। इसके बाद भी अतिक्रमण न हटाने वाले अतिक्रमणकारियों से अतिक्रमण ध्वस्त करने पर खर्च वसूला जाएगा। पालिका ईओ प्रियंका आर्या ने दो दुकानदारों के चालान कर उनसे 15 सौ रुपये का जुर्माना भी वसूला। हालांकि मंगलवार को साप्ताहिक बंदी के कारण अधिकांश पक्की दुकानें बंद थी। किच्छा मार्ग में सड़क में फैलायी सब्जी की दुकानें भी हटा दी गयी। यहां तहसीलदार सुरेश चंद्र बुदलाकोटी, राजस्व निरीक्षक मोईनुद्दीन, सर्वे नायब तहसीलदार के राजस्व निरीक्षक अशरफ अली, पटवारी अनंत कुमार शर्मा, पिंटू कुमार, त्रिलोचन सुयाल आदि थे।