सितारगंज। सितारगंज से पूर्व में लगातार दो बार विधायक रहे नारायण पाल को कॉंग्रेस द्वारा टिकट न दिए जाने पर वह बहुत आहत नज़र आ रहे हैं यही कारण है कि उन्होंने कॉंग्रेस से शायद बगावत करने का भी मन बना लिया है। हालांकि अभी उनके द्वारा निर्दलीय चुनाव की औपचारिक घोषणा नही की गई है मगर उनके समर्थकों का नारायण पाल के कार्यालय पर बड़ी तादात में एकत्रित होकर उन्हें निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है। वहीं अपने समर्थकों का बहुसंख्यक बल देखकर बगावत शुरू हो चुकी है। बगावती कबीले में पूर्व चेयरमैन अनवार अहमद पाल समर्थक शामिल हो गए हैं। निर्दलीय चुनाव की रायशुमारी बनने पर नारायण पाल कांग्रेस-भाजपा दोनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
पिछले 10 सालों से क्षेत्र में जनसमस्याओं को लेकर विपक्षी नेता की भूमिका निभाने वाले पूर्व विधायक नारायण पाल और उनके समर्थक टिकट बंटवारे को लेकर बेहद नाराज दिख रहे हैं। सोमवार को नारायण पाल के आवास पर समर्थकों का जमावड़ा लग गया। उनके समर्थकों में सर्वदलीय लोग मौजूद रहे। यहां हुई सभा में पूर्व विधायक नारायण पाल ने कांग्रेस पर अन्याय करने का आरोप लगाते हुए भाजपा को भी जमकर धोया। इस दौरान नारायण पाल भावुक हो गए उनकी आंखों से आंसू टपकने लगे। जिन्हें देखकर समर्थकों का कांग्रेस के प्रति गुस्सा उमड़ पड़ा। समर्थकों ने पाल से निर्दलीय चुनाव लड़ने को लेकर सहमति जताई। लेकिन नारायण पाल ने अभी तक चुनाव को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की है। पूर्व चेयरमैन अनवर अहमद ने मुस्लिम मतदाताओं से कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सतर्क रहते हुए वोटिंग की अपील की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा मुस्लिमों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करती जा रही है। और सितारगंज से कभी किसी मुस्लिम को कभी टिकट भी नही दिया गया। इससे तो ये ज़ाहिर होता है कि कॉंग्रेस केवल मुस्लिम मतदाताओं का इस्तेमाल करके उन्हें बेफकूफ बना रही है।