रामनगर। कोरोना जैसी महामारी से अभी लोग उबर भी नहीं पाए थे कि अब रामनगर में डेंगू जैसी घातक बीमारी की दस्तक दे दी है। रामनगर में स्थित स्वर्गीय राम दत्त जोशी राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में डेंगू मरीजों का उपचार ना होने व पर्याप्त सुविधाएं न होने से मरीज प्राइवेट अस्पतालों की शरण लेने के लिए मजबूर हैं। बता दें कि रामनगर के सरकारी अस्पताल को प्रदेश सरकार ने इस मकसद से पीपीपी मोड पर दिया था कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर मिल सके लेकिन जब से यह अस्पताल पीपीपी मोड पर गया है तब से बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर लगातार सुर्खियों में है रामनगर में डेंगू महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है नगर में स्थित प्राइवेट अस्पताल बृजेश हॉस्पिटल में हर रोज डेंगू के 1 दर्जन से अधिक मामले सामने आ रहे हैं बृजेश अस्पताल के निदेशक डॉ अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि हर रोज उनके अस्पताल में बुखार व डायरिया के मरीज आ रहे हैं तथा इन मरीजों की जांच के बाद हर रोज करीब 10 से 15 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो रही है उन्होंने कहा कि डेंगू बीमारी से पीड़ित कई मरीज उनके अस्पताल से उपचार लेकर स्वस्थ होने के उपरांत अपने घर भी जा चुके हैं डॉ अभिषेक अग्रवाल का कहना है कि यदि किसी को तेज बुखार या डायरिया की शिकायत हो तो लापरवाही ना करें और नजदीकी अस्पताल में चिकित्सक से जाकर परामर्श अवश्य लें। वहीं संयुक्त चिकित्सालय के सीएमएस मणि भूषण पंत ने बताया कि अस्पताल में एक डेंगू वार्ड बनाया गया है जिसमें 6 बेड वह मच्छरदानी लगाने के साथ ही सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं उन्होंने अस्पताल में डेंगू मरीजों को उपचार न मिलने की बात पर कहा कि यदि इस प्रकार की शिकायत मिली तो प्रबंधन के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। वही नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी भरत त्रिपाठी का कहना है कि डेंगू महामारी को लेकर पालिका प्रशासन द्वारा नगर में सफाई की व्यवस्था दुरुस्त किए जाने के साथ ही सफाई कर्मचारी एंटी लारवा का छिड़काव किया जा रहा है तथा प्रत्येक वार्ड में रोस्टर बनाया गया जिसके तहत सफाई व छिड़काव की व्यवस्था की जा रही है उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि लोग अपने घरों में साफ पानी एक स्थान पर एकत्रित ना होने दे दो या तीन दिन के अंदर उस पानी को बदल दे।