बसपा का दामन थामते नारायणपाल।
सितारगंज। आज गुरुवार को सितारगंज 68 विधानसभा क्षेत्र से नारायण पाल ने बसपा पार्टी से उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद मीडिया को बताया कि वे सितारगंज की जनता के बीच एक लंबे समय से बने हुए हैं और सितारगंज के मतदाता भली भांति जानते हैं कि पिछले कई सालों से सितारगंज में भाजपा व कांग्रेस के विधायक रहे लोगों ने सभी आमजन को केवल धोखा दिया है। इन दोनों पार्टियों ने जनहित से ज्यादा प्राथमिक अपने निजी स्वार्थ रखें इसीलिए आज सितारगंज विकास के पैमाने पर लगभग हर विषय में पिछड़ा हुआ है इसीलिए यह चुनाव सितारगंज विधानसभा के लिए अहम है। सितारगंज की जनता अब एक ऐसे व्यक्ति को अपने विधायक के रूप में पुनः चुनेगी जो विधायक न रहने के बाद भी उन्हीं के बीच रहता हो।
नारायण पाल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि चुनावी दिग्गजों के अनुसार सितारगंज विधानसभा में नारायणपाल की लोकप्रियता विरोधियों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ा रही है।
बहरहाल, सितारगंज में बसपा से मैदान में उतरने के बाद भाजपा व कांग्रेस दोनों पार्टियों के ही समीकरण बिगड़ गए हैं। सितारगंज के मतदाताओं में ये आम चर्चा बनी रही कि नारायण पाल अब नहीं रुकने वाले है पूरे दमखम के साथ टक्कर देने की तैयारी शुरू हो गयी है, हालांकि यह आने वाली 14 फरवरी ही तय करेगी की ऊंट किस करवट बैठता है।