सितारगंज। आशाओं के कार्य बहिष्कार का आज तीसरा दिन है। लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई आश्वासन ना मिलने पर आशा कार्यकत्रियों में रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री को आशाओं से की गई वादाखिलाफी पर जवाब देना चाहिए। यदि शीघ्रता से राज्य सरकार ने वादा पूरा नहीं किया तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। यूनियन ने कहा कि भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली से लगता है कि यह सरकार आशाओं के सेवा के नाम पर चल रहे शोषण को खत्म करने के बजाए जारी रखने के पक्षधर है। अन्यथा क्या वजह है कि मुख्यमंत्री अपनी सार्वजनिक रूप से की गई घोषणा से मुकर गए हैं। उन्हें इस बात का जवाब देना चाहिए कि आशाओं से किए गए वादे को वो क्यों अमलीजामा नहीं पहना रहे हैं। कार्य बहिष्कार करने वालों में मंजूदेवी, शरमीन सिद्दीकी, कंचन गुप्ता,मोबिना,सुलोचना,सीता देवी,रहीमा,तारा वटी,प्रमोद कुमारी आदि उपस्थित थे।